Lucknow। राजधानी के प्रसिद्ध लोहिया अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया जब जिलाधिकारी (डीएम) ने औचक निरीक्षण के दौरान अस्पताल की बदहाल व्यवस्थाओं का मुआयना किया। इस दौरान एक मरीज ने हिम्मत जुटाकर डीएम के सामने अपनी व्यथा सुनाई, जिससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए।
निरीक्षण के दौरान जब डीएम विभिन्न वार्डों का दौरा कर रहे थे, तभी एक मरीज ने उन्हें रोककर कहा,
“साहब! यहां कोई सुनने वाला नहीं है। हमें समय पर न दवा मिलती है, न इलाज। डॉक्टर आते हैं, देखते हैं और चले जाते हैं। हमारे हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं, लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है।”
मरीज की यह मार्मिक अपील सुनते ही जिलाधिकारी ने तत्काल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) को तलब किया और उन्हें कड़े निर्देश देते हुए कहा,
“मरीजों की देखभाल में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित मरीज का तुरंत और उचित इलाज सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, अस्पताल की समस्त व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा कर सुधारात्मक कदम उठाए जाएं।”
जिलाधिकारी ने वार्डों की साफ-सफाई, दवा वितरण प्रणाली, मरीजों को मिलने वाली भोजन व्यवस्था तथा स्टाफ की उपस्थिति को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीज पहले से ही परेशान होते हैं, ऐसे में लापरवाही और अव्यवस्था उनके लिए और भी पीड़ादायक होती है।
निरीक्षण के बाद डीएम ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“लोहिया अस्पताल में सुधार की सख्त आवश्यकता है। मरीजों की शिकायतें गंभीर हैं और प्रशासन इसे नजरअंदाज नहीं करेगा। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और जरूरत पड़ी तो जिम्मेदार अधिकारियों पर विभागीय जांच भी बिठाई जाएगी।”