लखनऊ — आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) की अध्यक्षता में लखनऊ में एक विस्तृत प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसमें जिला स्तरीय अधिकारियों, संचार टीम, पर्यवेक्षकों और बूथ-स्तर के कर्मचारियों को चुनावी प्रक्रियाओं, आचार संहिता, मतदाता सुरक्षा, ईवीएम / वीवीपैटी संचालन और फेक न्यूज/डिसइन्फो से निपटने के तरीकों पर प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण का फोकस न सिर्फ तकनीकी विवरणों पर था, बल्कि मानवीय पहलू — मतदान केन्द्रों पर भीड़-प्रबंधन, विकलांग मतदाताओं की सुविधाएँ, और मतदान के दौरान संभावित विघटन की रोकथाम — पर भी रहा। अधिकारियों को लॉजिस्टिक्स, ईवीएम सुरक्षा, मतपत्रों के प्रत्याशित रुझानों और आपातकालीन प्रक्रियाओं पर भी निर्देश दिए गए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि “निष्पक्ष, पारदर्शी और भय-मुक्त मतदान सुनिश्चित करना हमारा लक्ष्य है” — और खासतौर पर बूथ-लेवल कर्मचारियों को चुस्त रखने, प्रशिक्षण सामग्री का नियमित रिव्यु और स्पॉट ऑडिट करने के निर्देश दिए गए।
प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि चुनाव के दौरान किस तरह की कानूनी शिकायतें आने पर तुरंत क्या कार्रवाई होनी चाहिए और चुनाव आयोग की इंस्टेंट हेल्पलाइन एवं शिकायत निवारण तंत्र को किस तरह प्रभावी बनाना है।