तकनीकी शिक्षा को बताया प्रगति व खुशहाली का आधार
कमालगंज (फर्रुखाबाद): मेजर एसडी सिंह विश्वविद्यालय (Major SD Singh University) की फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के सभागार में सोमवार को विश्व अभियंता दिवस (world engineer day) बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने तकनीकी शिक्षा को देश की प्रगति और खुशहाली का आधार बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. रंगनाथ मिश्र ने कहा कि भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया भारतीय इंजीनियरिंग जगत के स्तंभ थे।
उन्होंने सीमित संसाधनों में भी महान उपलब्धियां हासिल कर यह सिद्ध किया कि अडिग संकल्प से असंभव भी संभव हो सकता है। उनकी जयंती पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि तकनीकी क्षेत्र समाज और राष्ट्र सेवा का माध्यम बने।कुलसचिव रणजीत सिंह यादव ने कहा कि विश्वेश्वरैया ने नदियों पर बांध बनाकर सिंचाई की आधुनिक व्यवस्था दी और देश की औद्योगिक प्रगति में अमूल्य योगदान किया। वहीं फैकल्टी डीन डॉ. निखिल श्रीवास्तव ने कहा कि आज तकनीक तेजी से बदल रही है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, ग्रीन एनर्जी और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्र भविष्य की दिशा तय करेंगे। शिक्षा संस्थानों को इन क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभानी होगी।छात्रा अंशी यादव ने कहा कि सामाजिक प्रगति के साथ आर्थिक प्रगति भी जरूरी है और इसके लिए तकनीकी कौशल सबसे मजबूत आधार है। कार्यक्रम का संचालन एमबीए की छात्रा कशिश ने किया।कार्यक्रम में मॉडल और पोस्टर प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। इस मौके पर प्रो. शेरीन पी. एलेक्स, डॉ. बिन्दु राठौर, धीरेन्द्र सिंह, डॉ. ललित यादव, अंकित सैमसंग लाल, पुनीत राजपूत, विशाल सिंह, उत्पल गंगवार, दीपेन्द्र सिंह, मुकेश मिश्रा, अनुराग शुक्ला, बिजेन्द्र सिंह, हेमन्त सिंह सहित कई शिक्षक और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।