लखनऊ: गाजीपुर (Ghazipur) में दिव्यांग भाजपा कार्यकर्ता सीताराम उपाध्याय की पुलिसकर्मियों द्वारा पिटाई के बाद हुई निर्मम मौत के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस मुद्दे पर गाजीपुर जा रहे हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) के वरिष्ठ नेता और प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने लखनऊ में ही रोक दिया और नजरबंद कर दिया।
हिंदू महासभा के बड़े नेता ने कहा
“मैं गाजीपुर में मृतक सीताराम उपाध्याय के परिजनों से मिलने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए जा रहा था, लेकिन सुबह से ही मुझे आवास पर नजरबंद कर दिया गया है। यह सरकार का दमन है। सरकार को सीताराम उपाध्याय के परिवार के साथ न्याय करना चाहिए।”
गाजीपुर जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र में दिव्यांग भाजपा कार्यकर्ता सीताराम उपाध्याय की पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पिटाई की थी। गंभीर चोटों के कारण उनकी मौत हो गई। इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश और आंसू दोनों का माहौल है।
परिवार और ग्रामीणों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है। घटना के बाद विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने सरकार पर आरोप लगाए कि वह पीड़ित परिवार को न्याय नहीं दिला रही।
हिंदू महासभा ने ऐलान किया था कि वह पीड़ित परिवार से मिलेगा और इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएगा। लेकिन गाजीपुर जाने से पहले ही संगठन के नेता को नजरबंद कर दिया गया। सरकार और प्रशासन पर घटना को दबाने का आरोप लग रहा है। विपक्ष और हिंदू महासभा लगातार न्याय और पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
फिलहाल मामला जांच के अधीन है, लेकिन राजनीति अब और गरमाती जा रही है।