Lucknow| राजधानी में साइबर अपराधियों का नया कारनामा सामने आया है। BSF इंस्पेक्टर विजय के भाई विनय गुप्ता को ठगों ने अपने जाल में फंसा लिया।
ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर विनय गुप्ता पर मनी लॉन्ड्रिंग में संलिप्त होने का झांसा दिया। पीड़ित को चार घंटे तक एक वर्चुअल कॉल पर बैठाकर रखा गया, जिसे अपराधियों ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ नाम दिया।
इस दौरान डर और दबाव बनाकर विनय से एक लाख रुपये ऑनलाइन वसूले गए। घटना कृष्णानगर थाना क्षेत्र की है।
पीड़ित ने थाने में FIR दर्ज कराई है। पुलिस का कहना है कि मामला गंभीर है और साइबर क्राइम यूनिट की टीम इसकी तहकीकात कर रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह ठगी का नया तरीका है जिसमें अपराधी वीडियो कॉल के जरिए पीड़ित को मानसिक रूप से कैद कर लेते हैं और डराकर पैसों की मांग करते हैं।