लखनऊ। राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन पर शनिवार को रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने बाल तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। टीम ने गंगा सतलज एक्सप्रेस ट्रेन में चेकिंग के दौरान 5 नाबालिग बच्चों को तस्करी से बचाया।
आरपीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि बिहार से कुछ नाबालिगों को अवैध तरीके से जम्मू-कश्मीर ले जाया जा रहा है। इसी आधार पर चारबाग स्टेशन पर गंगा सतलज एक्सप्रेस की जांच की गई।
जांच के दौरान 5 नाबालिग बच्चे संदिग्ध हालत में पाए गए।
पूछताछ में बच्चों ने बताया कि उन्हें बहला-फुसलाकर काम दिलाने के नाम पर ले जाया जा रहा था।
मौके से एक संदिग्ध व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।
बच्चों का भविष्य बिगाड़ने की साजिश
प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि इन बच्चों को जम्मू-कश्मीर ले जाकर मजदूरी और अवैध कामों में लगाने की तैयारी थी। बाल तस्करी करने वाला गिरोह बच्चों के परिवारों को अच्छे रोजगार और पैसों का लालच देता है और फिर उन्हें शोषण का शिकार बनाता है।
आरपीएफ ने सभी नाबालिग बच्चों को बाल कल्याण समिति (CWC) के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस नेटवर्क के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं और बच्चों को कहां-कहां भेजा जाना था।
आरपीएफ अधिकारियों का कहना है कि—
“हमारी प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा है। बाल तस्करी रोकने के लिए ट्रेनों और स्टेशनों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।”