गंगा व रामगंगा का जलस्तर लगातार दूसरे दिन भी गिरा, राहत की उम्मीद जगी

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फर्रुखाबाद|   बाढ़ राहत के मोर्चे पर राहत की खबर है। गंगा और रामगंगा नदियों का जलस्तर लगातार दूसरे दिन भी घटा है, जिससे खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियाँ अब नीचे आ गई हैं। जिला प्रशासन के अनुसार, गंगा नदी 35 सेमी खतरे के निशान से नीचे है, वही रामगंगा 85 सेंटीमीटर खतरे के निशान से नीचे पहुंच गई है, जिससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति सुधरने लगी है। पहले जहां गंगा नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया था और करीब 190 गाँव इसकी चपेट में थे, वहीं अब इसका स्तर सामान्य की ओर लौट रहा है। रामगंगा नदी में भी पानी की रफ्तार थमी है, जिससे कटान की घटनाएं घटने लगी हैं।

प्रभावित क्षेत्रों में अब धीरे-धीरे पानी उतरने लगा है। प्रशासन द्वारा बाढ़ से प्रभावित गाँवों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है और स्वास्थ्य टीमों को भी सक्रिय किया गया है। सड़क मार्गों पर आवागमन बहाल करने की कोशिशें तेज़ हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मौसम अनुकूल रहा और पहाड़ी क्षेत्रों से पानी छोड़ने की रफ्तार नियंत्रित रही, तो अगले दो से तीन दिनों में हालात सामान्य हो सकते हैं। हालांकि, प्रशासन अभी भी अलर्ट मोड में है और संवेदनशील इलाकों की निगरानी लगातार जारी है।गंगा और रामगंगा नदियों का जलस्तर भले ही फिलहाल घट गया हो, लेकिन प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। फिलहाल के हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि ज़िले में बाढ़ का खतरा फिलहाल टलता हुआ नजर आ रहा है और लोगों को बड़ी राहत मिलती दिख रही है।स्वास्थ्य टीमों को भी सक्रिय किया गया है। सड़क मार्गों पर आवागमन बहाल करने की कोशिशें तेज़ हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मौसम अनुकूल रहा और पहाड़ी क्षेत्रों से पानी छोड़ने की रफ्तार नियंत्रित रही, तो अगले दो से तीन दिनों में हालात सामान्य हो सकते हैं। हालांकि, प्रशासन अभी भी अलर्ट मोड में है और संवेदनशील इलाकों की निगरानी लगातार जारी है।गंगा और रामगंगा नदियों का जलस्तर भले ही फिलहाल घट गया हो, लेकिन प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। फिलहाल के हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि ज़िले में बाढ़ का खतरा फिलहाल टलता हुआ नजर आ रहा है और लोगों को बड़ी राहत मिलती दिख रही है।

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