यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। भूमाफियाओं को संरक्षण मिलने की घटनाएं फिर से सामने आने लगी हैं। सूत्रों के अनुसार, एक बड़े मंत्री की आड़ में नामचीन नेता जी ने ऐसे लोगों और कुख्यात माफिया अनुपम दुबे के गुर्गों को संरक्षण देना शुरू कर दिया है, जिससे जिले की कानून व्यवस्था बिगडऩे की आशंका है।
माफिया अनुपम दुबे, जो पहले से ही अवैध गतिविधियों और जमीन हड़पने के कई मामलों में लिप्त है, अब नए सिरे से अपने गुर्गों के माध्यम से फर्रुखाबाद में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि कुछ पुलिसकर्मी भी इस पूरे खेल में शामिल हो सकते हैं, जिनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। इसके अलावा, राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी भी इन भूमाफियाओं के साथ मिले हुए हैं, जो उनकी मदद कर रहे हैं।
मंत्री की आड़ में नेता जी का खेल
फर्रुखाबाद के एक बड़े नेता जी, जिनका एक प्रमुख मंत्री से निकट संबंध है, ने अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके माफिया अनुपम दुबे के गुर्गों को पनाह देना शुरू कर दिया है। इस तरह के संरक्षण से न केवल जिले की कानून व्यवस्था प्रभावित हो रही है, बल्कि आम जनता में भी भय का माहौल बन रहा है।
जिले की कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रशासन की सतर्कता जरूरी है, लेकिन भूमाफियाओं को मिल रहे इस राजनीतिक संरक्षण के कारण यह व्यवस्था चरमराने लगी है। आम जनता में यह चिंता बढ़ रही है कि अगर इस स्थिति पर जल्दी ही काबू नहीं पाया गया, तो जिले में अराजकता का माहौल बन सकता है।
भूमाफियाओं को मिलने वाले इस संरक्षण में कुछ पुलिसकर्मियों और राजस्व विभाग के अधिकारियों की भूमिका भी शक के दायरे में आ गई है। ऐसे अधिकारियों पर आरोप है कि वे माफियाओं के साथ मिलकर उनके अवैध कामों में मदद कर रहे हैं। यह स्थिति कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बनती जा रही है।
स्थानीय जनता और समाजसेवी संगठनों ने प्रशासन से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि अगर इस तरह के मामलों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो जिले में भूमाफियाओं का आतंक और बढ़ सकता है।
प्रशासन को चाहिए कि वह इन आरोपों की गंभीरता से जांच कर, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, ताकि जिले में कानून व्यवस्था बनी रहे और आम जनता सुरक्षित महसूस कर सके।