लखनऊ/गाजीपुर: जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र में दिव्यांग भाजपा कार्यकर्ता (Disabled BJP worker) सीताराम उपाध्याय की पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई के बाद मौत का मामला सुर्खियों में है। इस घटना को लेकर हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) ने पूरे जिले में विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन अभियान चलाने का ऐलान किया है।
सीताराम उपाध्याय भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे और दिव्यांग होने के बावजूद समाज सेवा और राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेते थे। स्थानीय लोगों और हिंदू महासभा का कहना है कि उनकी मौत न केवल एक निर्दोष नागरिक की हानि है, बल्कि यह पुलिस क्रूरता और प्रशासनिक लापरवाही की गंभीर चुनौती भी है।
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने बताया कि संगठन 14 सितंबर 2025 को सीताराम उपाध्याय के आवास पर पहुंचेगा। वहां कार्यकर्ताओं की बैठक में हर जिले में विरोध स्वरूप ज्ञापन देने और सरकार के सामने मांग रखने का निर्णय लिया जाएगा। शिशिर चतुर्वेदी ने सवाल उठाया कि ब्राह्मण समुदाय के नाम पर सरकार में बैठे मंत्री और सांसद, भाजपा और अन्य ब्राह्मण संगठनों की चुप्पी क्यों है। उनका कहना है कि संगठन पीड़ित परिवार के साथ खड़े नहीं हैं और यह स्थिति चिंता का विषय है।
हिंदू महासभा ने यह भी स्पष्ट किया कि वह सीताराम उपाध्याय के परिवार की लड़ाई अदालत तक लड़ेगी और न्याय दिलाने के लिए सभी कानूनी कदम उठाएगी। हिंदू महासभा का कहना है कि यह कदम न्याय और सामाजिक चेतना के लिए जरूरी है। उनका उद्देश्य केवल दोषियों को सज़ा दिलाना नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और पुलिस क्रूरता के खिलाफ संदेश देना भी है।