गांव कैलिहाई में बाढ़ और कटान से हाहाकार, लेखपाल और प्रधान ने प्रभावितों को सतर्क रहने की अपील की
शमशाबाद (फर्रुखाबाद): गंगा कटरी (Ganga Katra) क्षेत्र में विनाशकारी बाढ़ (Flood) का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही कटान और जलस्तर में वृद्धि से ग्रामीणों के आशियाने गंगा की धारा में समा रहे हैं। स्थिति इतनी भयावह है कि लोग अपने मकानों को खुद ही तोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं।
शमशाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत मजरा कैलिहाई में भीषण कटान जारी है। यहां के लोग बाढ़ की चपेट में आकर दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं। गुरुवार को बाढ़ की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय लेखपाल पंकज कुमार और ग्राम प्रधान पर्वत सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को भविष्य में संभावित खतरे के प्रति सतर्क करते हुए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की सलाह दी।
बाढ़ की भयावहता को देखते हुए कुछ ग्रामीण अपने ही हाथों से अपने मकान गिराने को मजबूर हो गए हैं, ताकि समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंच सकें। उनके चेहरों पर सिर्फ एक ही सवाल है —
“क्या गंगा मैया हमें इस विनाश से मुक्ति देंगी?”
गांव के बाढ़ प्रभावित रछपाल, रघुबीर, तुकमान, नेत्रपाल और रामरहीस जैसे कई परिवार अपने मकानों के कटने की कगार पर हैं। लोग रात-रात भर रतजगा कर रहे हैं, क्योंकि नहीं मालूम कि किस पल गंगा की धारा उनके सपनों का आशियाना निगल जाए। बाढ़ पीड़ित अब वास्तविक दहशत के साए में अपना समय काट रहे हैं।
लेखपाल पंकज कुमार ने मौके पर पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों की सूची तैयार की और उन्हें हरसंभव सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी संबंधित विभाग अलर्ट पर हैं।