धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपरा से सराबोर रहा आयोजन
फर्रुखाबाद: भक्ति और परंपरा की नगरी, जिसे लोग दूसरी काशी के नाम से भी जानते हैं, में रामलीला (Ramlila) का विशेष महत्व है। नगर में तीन प्रमुख रामलीलाएँ आयोजित होती हैं, जिनमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु और दर्शक उमड़ते हैं। इसी कड़ी में Fatehgarh में श्री रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित होने वाली रामलीला भी धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक उत्सव का केंद्र बिंदु रहती है।
इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गुरुवार को श्री रामलीला कमेटी फतेहगढ़ की वार्षिक पत्रिका का विमोचन पूर्व जिला पंचायत सदस्य विजय कुमार यादव के कोल्ड स्टोरेज प्रांगण में किया गया। पत्रिका विमोचन समारोह में नगर और क्षेत्र के लोगों की भारी भीड़ उमड़ी, जिसने आयोजन को भव्य रूप प्रदान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत पूजा-अर्चना के साथ हुआ। इसके बाद पत्रिका का विमोचन कमेटी के संरक्षक अरविंद कुमार बाजपेई, वरिष्ठ समाजसेवी मुन्ना लाल वार्ष्णेय और पूर्व जिला पंचायत सदस्य विजय कुमार यादव ने संयुक्त रूप से किया।
पत्रिका विमोचन के अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रवीश कुमार द्विवेदी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि रामलीला केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने सभी से इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने के लिए तन-मन-धन से सहयोग की अपील की।
इस मौके पर उपस्थित अतिथियों ने भी रामलीला की परंपरा को समाज में नैतिक मूल्यों के प्रसार का सशक्त माध्यम बताया। वक्ताओं ने कहा कि भगवान राम का जीवन आदर्शों, मर्यादा और सत्य की विजय का प्रतीक है, जिसे आज की पीढ़ी तक पहुँचाना बेहद आवश्यक है।
कार्यक्रम में मनीष अग्रवाल, चमन टंडन, अतुल मिश्रा, अनिल तिवारी, बलबीर सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। सभी ने पत्रिका विमोचन को ऐतिहासिक क्षण बताते हुए रामलीला आयोजन को और भव्य बनाने का संकल्प लिया।
भक्ति और उत्साह से सराबोर यह समारोह श्रद्धालुओं और आमजन के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।