फर्रुखाबाद।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के फतेहगढ़ क्षेत्र में गंगा नदी ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। आज सुबह 8:00 बजे गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया, जिससे स्थानीय प्रशासन और नागरिकों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
स्थानीय जल आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गंगा नदी का जलस्तर “गंभीर बाढ़ की स्थिति” को दर्शा रहा है। लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों से आ रहे जल प्रवाह के कारण नदी का स्तर तेजी से बढ़ा है। कई निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जाना पड़ा।
फर्रुखाबाद जिला प्रशासन ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है। नावों और राहत दलों को तैनात कर दिया गया है ताकि लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। जिलाधिकारी ने बताया,
> “स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। सभी संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया गया है। राहत शिविरों की स्थापना की जा रही है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।”
फतेहगढ़ के आसपास के दर्जनों गांवों में पानी घुसने की आशंका के चलते लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पहले से ही पशुओं और जरूरी सामान को सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया है।
स्थानीय निवासी रमेश यादव ने बताया,
> “हमने पिछली बार की बाढ़ से कुछ सीखा है। इस बार पहले ही सतर्क हो गए हैं। लेकिन अगर बारिश इसी तरह जारी रही, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।”
हर साल बरसात के मौसम में गंगा का जलस्तर बढ़ता है, लेकिन समय रहते पुख्ता इंतज़ाम न होने के कारण हालात बिगड़ जाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि नदी के किनारे अवैध निर्माण और जलनिकासी की उचित व्यवस्था न होना बाढ़ की स्थिति को और गंभीर बना रहा है।