यूथ इंडिया संवाददाता
कन्नौज। नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म के आरोपी नवाब सिंह यादव के भाई नीलू यादव ने मंगलवार सुबह न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। यह मामला कन्नौज में पिछले कुछ दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां पुलिस लगातार नीलू यादव की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी थी।
सदर क्षेत्राधिकारी डॉ. कमलेश कुमार ने बताया कि नीलू यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही थी। हालांकि, नीलू यादव पुलिस को चकमा देने में सफल रहे और आज सुबह करीब साढ़े आठ बजे उन्होंने न्यायालय परिसर में प्रवेश किया। उनके वकील, अधिवक्ता राकेश कुमार तिवारी ने उन्हें न्यायालय में पेश किया, जहां सुबह 09:15 बजे उन्हें पाक्सो एक्ट के तहत न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
इस दुष्कर्म मामले में मुख्य आरोपी नवाब सिंह यादव और पीडि़ता की बुआ पूजा तोमर को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पूजा तोमर पर आरोप है कि उन्होंने पीडि़ता पर दबाव डालकर बयान बदलने का प्रयास किया।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने इस मामले में नीलू यादव पर भी पीडि़ता की बुआ को बयान बदलने और विवेचना को प्रभावित करने का आरोप लगाया था। नवाब सिंह यादव के भाई नीलू यादव पर पुलिस ने 25,000 रुपए का जुर्माना भी लगाया था, जो इस मामले की गंभीरता को दर्शाता है। पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा था कि नीलू यादव का उद्देश्य मामले को अपने पक्ष में मोडऩे का था, जिसके चलते उन्होंने मामले की विवेचना को प्रभावित करने की कोशिश की।
नीलू यादव के कोर्ट में सरेंडर करने के बाद इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। अब न्यायालय में आगे की कार्यवाही पर सभी की नजरें टिकी हैं, जहां यह देखा जाएगा कि कानून के सामने न्याय कैसे सुनिश्चित किया जाएगा। इस घटना ने कन्नौज के स्थानीय निवासियों के बीच चिंता और चर्चा को और बढ़ा दिया है, जबकि पुलिस और प्रशासन मामले की निष्पक्षता के साथ विवेचना जारी रखने की बात कह रहे हैं।