शिक्षामित्र के सहारे चलता मिला विद्यालय बच्चों का भविष्य अधर में, जिम्मेदार मौन
गोंडा: गोंडा जनपद के परिषदीय विद्यालयो की बिगड़ी दशा गोंडा में प्रभारी मंत्री, जिला अधिकारी (DM) की आहट भी नहीं सुधार सकी जिसके क्रम में पूर्व नियोजित कार्यक्रम होने के बावजूद विद्यालय (school) से गुरुजी गायब मिले और जिलाधिकारी के निरीक्षण शिक्षामित्र के सहारे विद्यालय चलते पाया गया, परिषदीय विद्यालयों की स्थिति देखकर जहां जिलाधिकारी गोंडा प्रियंका निरंजन ने कड़ी आपत्ति जताते हुए संबंधित अधिकारियों को फोन करके जमकर फटकार लगाई वहीं गुर्जनो की कार्यशैली से मौके पर तरह-तरह के प्रश्न उठने लगे।
मंगलवार को जनपद के परसपुर विकासखंड अंतर्गत पसका गांव में जनपद के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ जनपद स्तर के अधिकारियों द्वारा बाढ़ राहत सामग्री बांटा जाना था, लेकिन मंत्री का कार्यक्रम अचानक लेट हो गया जिसके बाद कार्यक्रम में पहुंची जिलाधिकारी गोंडा प्रियंका निरंजन ने ग्राम प्रधान को साथ में लेकर पसका के परिषदिय विद्यालय का जांच करने पहुंच गई, लेकिन वहां पहुंचने के बाद स्थिति को देखकर स्वयं जिला अधिकारी दंग रह गई।
मौके पर प्राथमिक विद्यालय शिक्षा मित्र के सहारे चलता पाया गया,विद्यालय से गुरुजी गायब मिले। वही मामले में कड़ी नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने विभागिए अधिकारियों को फोन लगाकर कड़ी फटकार लगाते हुए सख्त कार्यवाही का निर्देश दिया। वही मामले में विस्तृत जानकारी के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी गोंडा को फोन किया गया तो रिसीव न होने से उनका पक्ष नहीं जाना जा सका।
लेकिन कार्यवाही हो निर्देश मिले यह तो अलग की बात रही सरकार में जब मंत्री और जनपद के बड़े अधिकारियों की आहट भी स्कूलों की स्थिति नहीं सुधार सकी तो फिर आगे क्या हो सकता है,स्वयं कयास लगा सकते हैं। वहीं स्थानीय लोगों का मानना है कि यह कोई पहला वाक्या नहीं है,विद्यालय में गुरुजी अपने मनमाने समय से ही आते-जाते हैं,शिकायत करने पर उल्टा रौब ग़ालिब किया जाता है।