कानपुर: Kanpur में बारिश के बाद जलभराव (waterlogging) की समस्या कोई नई नहीं है। ज़माने से शहर की नालियां और जल निकासी व्यवस्था पर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से हर बार इसका ठीकरा उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल परियोजना पर फोड़ा जाने लगा है। मानो बाकी शहर में सब कुछ दुरुस्त हो और केवल मेट्रो ही समस्या की जड़ हो।
इसी कड़ी में सोमवार को गोविंद नगर इलाके में बड़ा हंगामा देखने को मिला। यहां जलभराव की स्थिति का जायज़ा लेने पहुंची महापौर प्रमिला पांडेय का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होंने मौके पर मौजूद एक मेट्रो अधिकारी को धक्का दे दिया। यह घटना सबके सामने हुई और इलाके में मौजूद लोग सकते में आ गए।
सूत्रों के मुताबिक, महापौर का आरोप था कि मेट्रो निर्माण कार्य के चलते नालियां बंद हो गई हैं और इसी कारण जलभराव की समस्या विकराल हो रही है। इस दौरान उनके सुर काफी तेज हो गए और जब मेट्रो अधिकारी ने अपनी बात रखने की कोशिश की तो उन्होंने उन्हें धक्का दे दिया। घटना के समय नगर आयुक्त सुधीर कुमार भी मौके पर मौजूद थे। वे पूरी स्थिति को देखते रहे, हालांकि उन्होंने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन माहौल इतना गर्म हो चुका था कि स्थिति और बिगड़ गई।
शहर की कई नालियां बंद पड़ी हैं और जल निकासी का कोई स्थायी समाधान अभी तक नहीं निकल पाया है। मेट्रो परियोजना के चलते सड़कें संकरी हुई हैं और खुदाई के बाद सही तरीके से मरम्मत न होने का आरोप लगाया जाता है।
स्थानीय लोग भी जलभराव का गुस्सा अक्सर मेट्रो प्रबंधन पर निकालते हैं
इस घटना के बाद से नगर निगम और मेट्रो प्रशासन के बीच तल्खी और बढ़ सकती है। विपक्ष भी अब इस मुद्दे को लेकर महापौर और नगर आयुक्त दोनों पर सवाल उठाने की तैयारी में है।