लखनऊ| उत्तर प्रदेश में मौसम का उतार-चढ़ाव लगातार जारी है। सोमवार देर शाम से लेकर मंगलवार तक राज्य के कई हिस्सों में अचानक बादल घिरने, गरज-चमक और बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ ने मंगलवार को 22 जिलों में गरज-चमक और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। खासतौर पर कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच और श्रावस्ती जैसे तराई क्षेत्रों में इसका असर अधिक देखने को मिलेगा।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सोनभद्र, चंदौली और वाराणसी जिलों में गरज-चमक के साथ वज्रपात (बिजली गिरने) की संभावना है। विभाग ने लोगों को खेतों, खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने की सलाह दी है।
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 11 सितम्बर से मानसूनी ट्रफ रेखा उत्तर की ओर खिसकने लगेगी। इसके चलते उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों और नेपाल सीमा से सटे जिलों में मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान है।
विभाग ने किसानों को फसलों की कटाई और भंडारण में सावधानी बरतने, जबकि आमजन को मौसम में अचानक बदलाव को देखते हुए यात्रा से पहले सतर्क रहने की सलाह दी है।






