फर्रुखाबाद: श्रद्धा, संकल्प और संस्कार का प्रतीक पितृपक्ष (Pitru Paksha) रविवार को श्राद्ध पूर्णिमा से प्रारंभ हो गया। इस अवसर पर फर्रुखाबाद के गंगा घाटों (Ganga Ghats) पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए, जिन्होंने अपने पितरों को विधिपूर्वक जलदान और तर्पण किया। पांचाल घाट सहित जिले के प्रमुख गंगा घाटों पर सुबह भोर से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने कुश, जौ, तिल, चावल और जल से तर्पण कर अपने पितरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। पूजा के दौरान मंत्रोच्चार, धूप-दीप, और श्रद्धा से भरे भाव घाट पर छाए रहे।
आचार्य डॉ. सर्वेश कुमार शुक्ल ने जानकारी दी कि पितृपक्ष 16 दिन तक चलेंगे। इस अवधि में: कोई शुभ कार्य, विवाह, मुंडन आदि संस्कार नहीं होंगे। छौर कर्म (गृह प्रवेश, यज्ञोपवीत) भी वर्जित माने गए हैं। काग भोग, गोभोज और ब्राह्मण भोज की विशेष मान्यता है। श्रद्धालु तीर्थ पुरोहितों, संतों और ब्राह्मणों को भोजन कराकर दान-दक्षिणा भी दे रहे हैं।
दोपहर 2 बजे तक गंगाघाट पर भक्तों की भारी भीड़ दिखाई दी दूरदराज से आए श्रद्धालु अपने पूर्वजों की शांति के लिए पहुंचे घाटों पर सुरक्षा और स्वच्छता के विशेष इंतजाम प्रशासन द्वारा किए गए थे।