स्मार्ट मीटर से बढ़ेगा बिल या मिलेगा लाभ? उपभोक्ताओं में असमंजस, ठेकेदार और पुलिस ने की समझाइश
फर्रुखाबाद: फर्रुखाबाद जिले के शमशाबाद नगर, मोहल्ला इमली दरवाजा में शनिवार को स्मार्ट मीटर (smart meters) लगाए जाने के दौरान बिजली उपभोक्ताओं और विद्युत विभाग (Electricity consumers and electricity department) के कर्मचारियों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। उपभोक्ताओं ने नए मीटर को लेकर बिल बढ़ने और गड़बड़ी की आशंका जताई, जबकि विभाग की ओर से बार-बार स्पष्ट किया गया कि स्मार्ट मीटर भविष्य की जरूरत हैं और इससे पारदर्शिता बढ़ेगी।
स्थानीय निवासियों का कहना था कि जब पुराने मीटर सही तरीके से काम कर रहे हैं, तो उन्हें हटाने की क्या जरूरत है? उनका डर है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिलों में अनुचित बढ़ोतरी हो सकती है। “हमें डर है कि हर यूनिट का ज्यादा बिल आएगा, और मीटर में गड़बड़ी भी हो सकती है,” – एक स्थानीय महिला उपभोक्ता ने कहा।
इस कार्य को अंजाम दे रहे ठेकेदार सक्सीन गौतम ने उपभोक्ताओं को समझाते हुए कहा:
“स्मार्ट मीटर पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इनमें कोई साइड इफेक्ट नहीं है। उपभोक्ता निश्चिंत रहें, यह तकनीक बिलकुल पारदर्शी है और उपभोक्ता स्वयं भी अपनी खपत को ऑनलाइन देख सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि काम से पहले उपभोक्ताओं को पूरी जानकारी दी गई थी और उन्हें संतुष्ट करने का प्रयास किया गया। पुलिस कर्मियों की मदद से लोगों को समझाया गया कि यह योजना राज्य सरकार और विद्युत विभाग की योजना के तहत की जा रही है और इसका उद्देश्य बिजली व्यवस्था को आधुनिक और पारदर्शी बनाना है।
स्थानीय नागरिकों और बिजली विभाग के बीच करीब एक घंटे तक वाद-विवाद चलता रहा। कुछ उपभोक्ताओं ने अपने घरों में मीटर लगाने से साफ इनकार कर दिया।
हालांकि, ठेकेदार ने आश्वासन दिया कि –
“अगर कोई उपभोक्ता फिलहाल मीटर नहीं लगवाना चाहता है, तो उसे जबरन नहीं लगाया जाएगा। लेकिन भविष्य में सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाना अनिवार्य होगा।”