बाराबंकी: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के लंबे संघर्ष और लगातार दबाव के बाद आखिरकार श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU), बाराबंकी के खिलाफ बड़ी कार्यवाही हुई है। विश्वविद्यालय प्रबंधन पर बिना मान्यता (Recognition) के विधि संकाय की कक्षाएं संचालित करने के आरोप में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश और आयुक्त (कमिश्नर) एवं पुलिस महानिरीक्षक (IG) की संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर की गई। खास बात यह है कि मुकदमे में ABVP कार्यकर्ताओं पर हुए बल प्रयोग का भी उल्लेख किया गया है। अपर सचिव, राज्य उच्च शिक्षा परिषद, डॉ. दिनेश सिंह ने नगर कोतवाली बाराबंकी में एफआईआर दर्ज कराई। आरोप है कि विश्वविद्यालय ने 2023-24 और 2024-25 में लॉ फैकल्टी की कक्षाएं बिना मान्यता के चलाईं।
जांच में पाया गया कि सोमवार तक विश्वविद्यालय के पास BCI (Bar Council of India) से मान्यता उपलब्ध नहीं थी। इसके बावजूद प्रवेश और परीक्षाएं कराई गईं।
एसपी बाराबंकी अर्पित विजयवर्गीय ने पुष्टि की कि विश्वविद्यालय प्रबंधन पर धोखाधड़ी समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय (जबलपुर) के आदेश में विधि महाविद्यालयों की मान्यता से जुड़ी स्पष्ट समयसीमा और प्रक्रिया तय की गई है।
1. संबद्धता नवीनीकरण – हर विश्वविद्यालय को 31 दिसंबर तक संबद्धता नवीनीकरण करना होगा।
2. BCI आवेदन – महाविद्यालयों को भी 31 दिसंबर तक BCI के पास आवेदन और शुल्क जमा करना जरूरी है।
3. BCI का निर्णय – 15 फरवरी तक आवेदन पर निर्णय लेकर संस्थान को सूचित करना होगा।
4. BCI पोर्टल अपडेट – मार्च तक मंजूरी की जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध कराना अनिवार्य है।
5. अनुपालन न करने पर परिणाम –
31 मार्च तक यदि किसी संस्थान का नाम BCI पोर्टल पर नहीं दिखता है, तो छात्रों को स्पष्ट बताना होगा कि पाठ्यक्रम केवल अगर कोई संस्थान इसके बावजूद प्रवेश लेता है, तो उसके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। ABVP कार्यकर्ताओं ने लगातार इस मुद्दे को उठाया था कि विश्वविद्यालय छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन और सत्याग्रह किया।
उन पर प्रशासन ने बल प्रयोग भी किया, जिसका उल्लेख अब दर्ज हुई एफआईआर में है। अंततः 24 घंटे के भीतर ही बड़ी कार्रवाई सामने आई। मामले की गंभीरता इस बात से भी समझी जा सकती है कि SRMU ने आज ही BCI का पत्र प्रस्तुत किया था। लेकिन देर शाम, सभी साक्ष्यों के आधार पर विश्वविद्यालय प्रबंधन पर मुकदमा दर्ज हो गया।