नई दिल्ली।
सरकार ने आम उपभोक्ताओं को राहत देते हुए वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरों में बड़ा संशोधन किया है। इस फैसले से न केवल रोज़मर्रा की जरूरतों की वस्तुएं सस्ती होंगी बल्कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा।
पहले जहां इन वस्तुओं पर अधिक दर से कर वसूला जा रहा था, अब सरकार ने टैक्स घटाकर 5% कर दिया है। इनमें शामिल हैं—
हेयर ऑयल
टॉयलेट साबुन और साबुन बार
शैंपू
टूथब्रश और टूथपेस्ट
साइकिल
टेबलवेयर, बर्तन और अन्य घरेलू सामान
इस बदलाव से मध्यम वर्गीय परिवारों की जेब पर सीधा असर पड़ेगा क्योंकि ये वस्तुएं रोज़ाना इस्तेमाल होती हैं।
कुछ आवश्यक खाद्य वस्तुओं को अब पूरी तरह GST से मुक्त कर दिया गया है। इनमें शामिल हैं—
अल्ट्रा हाई टेंपरेचर (UHT) दूध
छेना
रोटी और पराठा
इससे ग्रामीण और शहरी दोनों ही उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी।
कई लोकप्रिय पैक्ड फूड और डेयरी उत्पादों पर अब केवल 5% GST लगेगा। इनमें शामिल हैं,
नमकीन और भुजिया,
सॉस,
पास्ता,
इंस्टेंट चॉकलेट और अन्य चॉकलेट,
कॉफ़ी,
रिजर्व मीट,
कॉर्नफ़्लेक्स,
मक्खन और घी।
यह फैसला खाद्य उद्योग को प्रोत्साहन देगा और उपभोक्ताओं को कीमतों में कमी का लाभ मिलेगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल सेक्टर को बढ़ावा
बड़ी राहत इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी दी गई है। अब इन वस्तुओं पर GST 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है,
एयर कंडीशनिंग मशीनें,
टीवी,
डिशवॉशिंग मशीनें,
छोटी कारें,
मोटरसाइकिलें (350 CC इंजन क्षमता तक)
इससे घरेलू उपकरणों और वाहनों की कीमतों में कमी आएगी और बाजार में मांग बढ़ने की संभावना है।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, जी एस टी दरों में यह संशोधन महंगाई से जूझ रही जनता को राहत देने और बाजार में खपत को बढ़ाने के लिए किया गया है। रोज़मर्रा की चीज़ें सस्ती होने से आम उपभोक्ताओं को फायदा होगा, वहीं वाहन और उपकरणों की खरीद बढ़ने से उद्योग जगत में नई ऊर्जा का संचार होगा।कुल मिलाकर सरकार का यह कदम आम जनता और उद्योग दोनों के लिए राहतकारी साबित हो सकता है।