कष्ट दूर करने और गरीबी मिटाने के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का खेल
फर्रुखाबाद: थाना कादरी गेट क्षेत्र में धर्मांतरण (conversion) कराने वाले एक और गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। आरोप है कि पटियाली निवासी प्रदीप मसीह (Pradeep Masih) के नेतृत्व में एक गिरोह लंबे समय से गरीब और पीड़ित परिवारों को लालच देकर धर्म परिवर्तन करा रहा था।
जानकारी के अनुसार, गैंग के लोग मिशन हॉस्पिटल के आवास में रहते थे और गांव के लोगों को बुलाकर धर्मसभा का आयोजन करते थे। यहां देवी-देवताओं की मूर्तियां हटाकर पूजा-पाठ से रोक दिया जाता था। इसके बाद वहां आए लोगों से उनकी समस्याएं पूछी जातीं और उन्हें दूर करने का दावा किया जाता। धीरे-धीरे उन्हें धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया गया।
लोगों को गरीबी से मुक्ति और शारीरिक कष्ट दूर करने का लालच दिया जाता था। कलावा कटवाया जाता और तिलक मिटवाया जाता। मांस खिलाया जाता और यहां तक कि खून पिलाने जैसी बातें भी सामने आईं। “यीशु के चमत्कार” का हवाला देकर गूगल मीट पर प्रार्थना सभा आयोजित की जाती। “चर्च ऑफ गॉड” नाम से ग्रुप और चैनल चलाए जा रहे थे।
पुलिस को जब एक घर में धर्मांतरण कराने की शिकायत मिली तो उसने जाल बिछाकर कार्रवाई की। एक महीने पहले इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। अब पुलिस ने गिरोह के सरगना प्रदीप मसीह को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को मौके से डायरी, रजिस्टर और धार्मिक साहित्य मिला है, जिसमें धर्मांतरण के लिए प्रभावित लोगों के नाम दर्ज हैं।