– सीटबेल्ट-हेलमेट ही जीवन का कवच।
– नियम न मानने वालों पर होगा अर्थदंड।
– कोविड से ज़्यादा सड़क हादसों में मौतें।
– जनता ने की आनंद राय की पहल की सराहना।
अनुराग तिवारी
औरैया: Auraiya जिले में सड़क सुरक्षा (road safety) को लेकर यात्री कर अधिकारी आनंद कुमार राय ने ऐसी अनोखी पहल शुरू की है, जिसने लोगों का ध्यान खींच लिया है। पेट्रोल पंपों पर बिना हेलमेट और सीटबेल्ट चलने वालों को न तो चालान किया गया और न ही डांटा गया, बल्कि उन्हें गुलाब का फूल देकर मुस्कुराते हुए यह संदेश दिया गया कि छोटी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूरे प्रदेश में 1 से 30 सितम्बर तक सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है। औरैया में इस मुहिम को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (RTO) और पुलिस विभाग की टीम सक्रिय रूप से जुड़ी हुई है। अभियान के दौरान पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि शुरू में लोगों को प्रेमपूर्वक समझाया जा रहा है, लेकिन चेतावनी के बावजूद नियमों का पालन न करने वालों पर अर्थदंड लगाया जाएगा।
यात्री कर अधिकारी आनंद राय ने वाहन चालकों को संबोधित करते हुए कहा कि हेलमेट और सीटबेल्ट जीवन की ढाल हैं और उनका पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने अपील की कि “अपनों के लिए सावधानी बरतें, क्योंकि घर पर कोई आपका इंतजार कर रहा है।” इस दौरान औरैया जिले के सभी पेट्रोल पंपों पर यह जागरूकता अभियान चला, जहाँ अधिकारी दल ने गुलाब भेंट कर वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा की शपथ भी दिलाई।
आँकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में कोविड महामारी में जितनी मौतें नहीं हुईं, उससे कहीं अधिक मौतें सड़क दुर्घटनाओं में बिना हेलमेट और सीटबेल्ट के कारण हुई हैं। यह चौंकाने वाला तथ्य बताता है कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना केवल कानूनी मजबूरी नहीं, बल्कि जीवन बचाने का सबसे बड़ा साधन है।
अभियान के दौरान कई वाहन चालकों ने गुलाब पाकर मुस्कुराते हुए सुरक्षित यात्रा का संकल्प लिया और जिला प्रशासन ने भी यात्री कर अधिकारी आनंद राय की इस पहल की खुलकर सराहना की। प्रशासन का मानना है कि औरैया से शुरू हुई यह पहल पूरे प्रदेश में जागरूकता का संदेश फैलाने में मील का पत्थर साबित होगी।