कार्यकर्ताओं को मिलेगा घर-घर संपर्क का टारगेट, विपक्षी दलों की खामियां गिनाएंगे
लखनऊ। पंचायत चुनाव को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आगामी विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानते हुए पूरी ताकत झोंकने का फैसला किया है। पार्टी ने कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर जनता से संवाद करने और सरकार की योजनाओं की जानकारी पहुँचाने का टारगेट दिया है। साथ ही सपा, बसपा और कांग्रेस सरकारों की खामियों को उजागर करने का भी निर्देश दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, भाजपा 4 से 10 सितंबर तक बैठकों का आयोजन करेगी। 4 से 6 सितंबर तक क्षेत्रीय स्तर पर बैठकें होंगी, जबकि 10 सितंबर से पहले जिलास्तर पर भी कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाए जाएंगे। इन बैठकों में पंचायत चुनाव की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
प्रदेश नेतृत्व का मानना है कि पंचायत चुनावों में अच्छा प्रदर्शन विधानसभा चुनाव में जीत का आधार बनेगा। इसी कारण कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर तक सक्रिय रहने और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से लाभान्वित लोगों को जोड़ने पर जोर दिया गया है।
बीजेपी नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजनाओं का लाभ गांव-गांव तक पहुँचा है, इसलिए उसका प्रचार-प्रसार करना बेहद जरूरी है। वहीं विपक्षी दलों के कार्यकाल की नाकामियों को जनता के बीच ले जाकर उनके झूठे वादों को बेनकाब किया जाएगा।
पंचायत चुनावों को लेकर भाजपा की इस तैयारी से गांव-गांव में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।