लखनऊ: संभल हिंसा पर आई न्यायिक आयोग की रिपोर्ट के बाद उप्र की राजनीति गरमा गई है। इसी क्रम में शनिवार को विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने Sambhal कूच की तैयारी की। संगठन ने करीब 40 गाड़ियों का काफिला तैयार किया था। कार्यकर्ता जैसे ही कूच के लिए रवाना होने लगे, पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रोक दिया। कार्यालय पर पुलिस का नोटिस कूच से पहले ही पुलिस ने संगठन के Lucknow स्थित कार्यालय पर नोटिस चस्पा कर दिया था।
इसमें साफ लिखा गया कि आगामी त्योहारों के मद्देनज़र शांति व्यवस्था बनाए रखना जरूरी है। परिषद द्वारा प्रस्तावित सभी कार्यक्रम रद्द करने को कहा गया और चेतावनी दी गई कि उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई होगी।
तिलक और भगवा गमछे के साथ जुटे कार्यकर्ता
शनिवार सुबह बड़ी संख्या में परिषद के पदाधिकारी और सदस्य कार्यालय पर जुटे। अध्यक्ष गोपाल राय की अगुवाई में पूजा-पाठ हुआ। कूच के लिए जाने वाले कार्यकर्ताओं को तिलक लगाया गया और भगवा गमछा पहनाया गया। परिषद का कहना है कि यह यात्रा “सनातन धर्म की रक्षा” के लिए है।
नेताओं के बयान और आक्रोश
अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा, “संभल रिपोर्ट में ऐसे तथ्य सामने आए हैं जो प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हैं। लंबे समय से आतंकी संगठनों का नेटवर्क सक्रिय है और हिंदू समाज को निशाना बनाया जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि हर साल लाखों हिंदुओं का जबरन धर्मांतरण हो रहा है। परिषद पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगी और उन्हें कानूनी मदद उपलब्ध कराएगी। राय ने यह भी कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम से संभल में भेंट होगी।
पुलिस चौकन्नी, विवाद की आशंका
हाल ही में परिषद ने पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का पुतला भी जलाया था। इसके बाद से सुरक्षा एजेंसियां और अधिक सतर्क हैं। लखनऊ मुख्यालय के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। प्रशासन का कहना है कि धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली किसी भी गतिविधि को अनुमति नहीं दी जाएगी।


