माफिया अनुपम दुबे को उम्रकैद की सजा दिलाने पर सम्मान
फर्रुखाबाद: बहुचर्चित शमीम हत्याकांड में माफिया अनुपम दुबे और उसके साथी शिशु उर्फ बालकिशन को आजीवन कारावास और 1.3 लाख रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाए जाने के बाद पुलिस प्रशासन ने इस प्रकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एडीजीसी तेज सिंह राजपूत (ADGC Tej Singh Rajput) को सम्मानित किया।
पुलिस अधीक्षक (SP) आरती सिंह ने गुरुवार को तेज सिंह राजपूत को माला पहनाकर प्रशंसा-पत्र प्रदान किया। प्रशंसा-पत्र में उल्लेख किया गया है कि अधिकारी की मेहनत, कर्तव्यनिष्ठा और निडर पैरवी से यह मुकदमा अपने अंजाम तक पहुंचा।
एसपी आरती सिंह ने कहा कि यह फैसला साबित करता है कि उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यकुशलता केवल कानून-व्यवस्था तक ही सीमित नहीं है, बल्कि समन्वय और मजबूत पैरवी के जरिए दुर्दांत अपराधियों को भी उनके अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस सजा से जहां अपराधियों में भय का माहौल पैदा हुआ है, वहीं पीड़ित पक्ष को न्याय मिलने से आमजन का पुलिस और न्याय व्यवस्था पर विश्वास और मजबूत हुआ है। एडीजीसी तेज सिंह राजपूत के साहस, ईमानदारी और निडरता की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए एसपी ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की।


