फर्रुखाबाद: शहर के ठंडी सड़क स्थित नवभारत सभा भवन में मंगलवार को अमर शहीद वीरांगना महारानी अवंतीबाई (Veerangana Avantibai) लोधी की 194वीं जयंती एवं प्रतिभा सम्मान समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री B.L. Verma, लोधी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व एटा विधायक विपिन वर्मा डेविड, शाहजहांपुर की महापौर अर्चना वर्मा, विधायक रेखा वर्मा सहित कई जनप्रतिनिधि व समाजसेवी मौजूद रहे। समारोह में वीरांगना अवंतीबाई लोधी के शौर्य और बलिदान को याद किया गया और करीब 250 मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी की नेत्री एवं पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत के विवादित संबोधन ने सनसनी फैला दी। उन्होंने लोधी समाज के विभिन्न संगठनों पर सीधा हमला बोला और कहा कि पहले केवल अखिल भारतीय लोधी महासभा ही समाज का प्रतिनिधित्व करती थी, लेकिन अब राजनीतिक दलों से जुड़े 8 से 10 संगठन खुल गए हैं, जो समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। उर्मिला राजपूत ने कहा कि वह रानी अवंतीबाई लोधी की वंशज हैं और किसी से डरने वाली नहीं हैं।
उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले कल्याण सिंह, उमा भारती और साक्षी महाराज का नाम तक नहीं लिया गया, जो समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि रानी अवंतीबाई लोधी ने आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया था, इसलिए उनकी जयंती को समाज को मिलकर डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती की तरह भव्य रूप से मनाना चाहिए।
उन्होंने लोगों से नशामुक्ति अभियान चलाने और शिक्षा पर विशेष जोर देने की अपील की। राष्ट्रीय अध्यक्ष विपिन वर्मा डेविड ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता में लोधी समाज का बड़ा योगदान रहा है और आगे भी समाज को एकजुट होकर काम करना होगा।इस अवसर पर पूर्व सांसद प्रो. रामबक्स सिंह वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष उत्तम चंद राकेश लोधी, महिला मोर्चा प्रभारी क्रांति लोधी सहित बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम में पूर्व सभासद श्यामसुंदर उर्फ लल्ला वर्मा ने केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा का जिले की सीमा पर भव्य स्वागत कर उन्हें सभा भवन तक पहुंचाया। समारोह का संचालन मातादीन लोधी ने किया और अध्यक्षता रामगोपाल वर्मा ने की। करीब चार घंटे विलंब से शुरू हुए इस आयोजन ने अंत तक पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना रहा।