कई गांव का संपर्क मार्ग कटा, जान जोखिम में डालकर ग्रामीण नाव के सहारे निकलने को मजबूर
अमृतपुर/फर्रुखाबाद: अमृतपुर तहसील क्षेत्र में गंगा (Ganga river) की बाढ़ का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। 4 दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का पानी भरा हुआ जिसके चलते आम जनमानस को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जनजीवन अस्त-व्यस्त है। जिसके चलते हरे चारे से लेकर अन्य संसाधनों को लेकर भी ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है कई गांवों का तहसील मुख्यालय (Tehsil Headquarters) से संपर्क टूट गया है।
वही आज नरौरा बांध से 134584 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिसके चलते गंगा का जलस्तर 137.35 पर पहुंच गया तथा खतरे के निशान से गंगा 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। साथ ही रामगंगा में 13337 क्यूसेक पानी छोड़ा गया साथ ही आने-जाने में ग्रामीणों को कठिनाइयां हो रही हैं उसके बावजूद प्रशासन के द्वारा कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं।
चित्रकूट,अंबरपुर, खानपुर, पश्चिमी गोटिया तुषौर, मंझा की मड़ैया बनारसीपुर हमीरपुर फखरपुर किराचन सुभानपुर तीसराम की मड़ैया आशा की मड़ैया नगरिया जवाहर बमियारी बरुआ कुम्हरौर गूजरपुर पमारान समेत 4 दर्जन से अधिक गांव में पानी घुसा है बीमारियां फैल रही है जिसके चलते अब परेशानियां बढ़ रही हैं साथ ही भुडिया भेडा जाने वाला संपर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया सड़क कट गई है जहां पर ग्रामीण नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं।
वही कुतलूपुर संपर्क मार्केट जाने के कारण ग्रामीण अभियान जोखिम में डालकर निकल रहे हैं कभी भी हादसा हो सकता है जनप्रतिनिधि व प्रशासन के द्वारा ना हो तो लगा दी गई लेकिन कोई नाविक नहीं लगाया गया जिसके कारण स्वयं ग्रामीण नाव चलाते हैं जिसके कारण खतरा बना हुआ है।