– मूर्ति स्थापना की अनुमति में प्रशासन की सख्ती
फर्रुखाबाद: श्रीगणेश चतुर्थी (Shree Ganesh Chaturthi) का पर्व नज़दीक है और नगर में इसकी तैयारियाँ ज़ोर-शोर से चल रही हैं। आगामी 27 अगस्त से गणपति बप्पा (Ganpati Bappa) की विधिवत स्थापना होगी और गली-मोहल्लों से लेकर बड़े-बड़े पंडालों तक हर जगह श्रद्धा और उल्लास का माहौल रहेगा। शहर के कई इलाकों में गणेश मंडलों द्वारा पंडाल सजाने का कार्य प्रारंभ हो चुका है। कलाकार आकर्षक थीम्स और पारंपरिक सजावट के साथ पंडालों को सजाने में जुटे हैं। इस बार इको-फ्रेंडली मूर्तियों पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
भक्तगण घरों और पंडालों में स्थापना के लिए तैयारियों में जुटे हैं। कहीं पूजा सामग्री खरीदी जा रही है, तो कहीं घरों में साफ-सफाई और सजावट हो रही है। महिलाएं मोदक, लड्डू और पूरणपोली जैसे पारंपरिक व्यंजनों की तैयारी में लगी हैं। 27 अगस्त को शुभ मुहूर्त में गणेश की स्थापना होगी और अगले 10 दिनों तक नगर में आरती, भजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रसाद वितरण का सिलसिला चलेगा। अंतिम दिन अनंत चतुर्दशी पर धूमधाम से गणेश विसर्जन होगा और भक्त “अगले बरस तू जल्दी आ” की कामना करेंगे।
इस बार जिला प्रशासन मूर्ति स्थापना के लिए सहजता से अनुमति नहीं दे रहा है। सूत्रों के अनुसार कई मामलों में सांसद और विधायकों की भी प्रशासन ने अनसुनी कर दी है। इससे आयोजकों और श्रद्धालुओं में नाराज़गी है। पुलिस विभाग ने संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है। नगर निगम ने त्योहार के दौरान साफ-सफाई के लिए विशेष टीमों को तैनात किया है। कई पंडालों में धार्मिक भावना के साथ सामाजिक संदेश भी दिए जाएंगे—जैसे प्लास्टिक का बहिष्कार, जल संरक्षण और हरियाली बढ़ाने का संकल्प।