आस्था और पर्यटन के संगम से गोरखपुर को मिली नई पहचान
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, पैडलेगंज स्थल पर करोड़ों की लागत से तैयार हुए पर्यटन विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि धार्मिक आस्था के साथ-साथ सांस्कृतिक धरोहरों को भी सुरक्षित रखते हुए उन्हें पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु परंपरा हमें सेवा, समर्पण और सामाजिक समरसता का संदेश देती है। गुरुद्वारा न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है बल्कि यहां आने वाले पर्यटकों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। अब यहां के पर्यटन विकास कार्यों से गोरखपुर आने वाले श्रद्धालुओं को आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध होंगी और प्रदेश को पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा
“हमारी सरकार का प्रयास है कि हर धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित कर वहाँ आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँ।”
“गुरुद्वारे समाज में सेवा और भाईचारे की भावना जगाने का कार्य करते हैं, इन्हें पर्यटन विकास से जोड़ना आस्था और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए लाभकारी है।”
“पर्यटन से जुड़ने पर क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का कायाकल्प हो रहा है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर और काशी विश्वनाथ धाम की तरह गोरखपुर को भी पर्यटन की दृष्टि से नई दिशा दी जा रही है। यहां गोरखनाथ मंदिर, रामगढ़ ताल, गीता प्रेस और अब गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा जैसे स्थल धार्मिक पर्यटन की धुरी बनेंगे।
लोकार्पण कार्यक्रम में भारी संख्या में श्रद्धालु, जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे। गुरुद्वारा परिसर में मुख्यमंत्री का स्वागत पगड़ी पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया। श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से गोरखपुर धार्मिक पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनने की राह पर अग्रसर है।