लखनऊ: अपना दल (apna dal) (कमेरावादी) की नेता Pallavi Patel ने करीब सैकड़ों महिलाओं के साथ जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन “दूसरी आजादी का प्रथम क्रांति दिवस” के रूप में आयोजित किया गया था। बर्लिंगटन चौराहे से शुरू हुआ यह विरोध मार्च बापू भवन की ओर बढ़ रहा था, लेकिन प्रशासन ने बीच रास्ते में ही बैरिकेडिंग लगाकर इसे रोक दिया। इसके बाद पुलिस ने पल्लवी पटेल और अन्य महिलाओं को बसों में बैठाकर इको गार्डन भेज दिया।
पल्लवी पटेल ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं और कन्याओं की सुरक्षा की स्थिति बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि “सरकार सिर्फ घोषणाएं कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई बदलाव नहीं हो रहा। हमें केवल ऐलान नहीं, काम चाहिए।” उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार जातिगत जनगणना की तारीख क्यों नहीं घोषित कर रही। उनका मानना है कि जातिगत आंकड़े सामने आने से महिलाओं और वंचित वर्गों को उनके अधिकार दिलाने में मदद मिलेगी।
प्रदर्शन के दौरान पल्लवी पटेल ने हाथ में तख्तियां लेकर नारे भी लगाए और कहा कि महिलाएं अब केवल घर की चौखट तक सीमित नहीं रहेंगी, वे अपने अधिकारों की लड़ाई खुद लड़ेंगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यह केवल शुरुआत है और आगे संघर्ष और तेज होगा। इस प्रदर्शन के माध्यम से पल्लवी पटेल ने साफ संकेत दिया है कि वे सामाजिक न्याय और महिला अधिकारों के मुद्दे पर सरकार को खुली चुनौती देने के लिए तैयार हैं।