कमालगंज ब्लॉक मुख्यालय शुक्रवार को पंचायत सहायकों के धरना-प्रदर्शन और नारेबाजी का गवाह बना। सुबह से ही जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों से आए पंचायत सहायक ब्लॉक गेट के बाहर इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते दर्जनों की संख्या में पंचायत सहायक ज़मीन पर बैठ गए और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। उनकी प्रमुख मांग रही कि उनसे जबरन क्रॉप सर्वे का कार्य न कराया जाए।प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन उनकी जिम्मेदारियों से परे जाकर अतिरिक्त कार्यों का बोझ उन पर डाल रहा है। उनका कहना था कि पंचायत सहायकों की नियुक्ति ग्राम पंचायत स्तर पर जनता की समस्याओं को नजदीक से समझने और समाधान कराने के उद्देश्य से की गई थी, लेकिन अब उन पर ऐसे विभागीय कार्य थोपे जा रहे हैं जिनका पंचायत स्तर से कोई सीधा संबंध नहीं है। इससे उनका मूल कार्य प्रभावित हो रहा है और ग्रामीण जनता को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।धरना स्थल पर स्थिति को देखते हुए मौके पर खंड विकास अधिकारी त्रिलोकचंद शर्मा पहुंचे। उन्होंने पंचायत सहायकों को शांत करने का प्रयास किया और शासन द्वारा जारी नवीन आदेशों की प्रतिलिपि पर पढ़कर सुनाई। आदेशों में यह स्पष्ट किया गया कि पंचायत सहायकों को किसी भी प्रकार का कार्य उनकी भूमिका और जिम्मेदारी से परे जाकर बाध्यकारी रूप से नहीं सौंपा जाएगा। यह सुनकर धरना दे रहे पंचायत सहायक कुछ हद तक संतुष्ट हो गए और उन्होंने अपना आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की।
धरना खत्म होते ही ब्लॉक परिसर में फैली गहमागहमी भी शांत हो गई। पंचायत सहायक अपने-अपने घर लौट गए लेकिन जाते-जाते यह चेतावनी भी दी कि यदि भविष्य में उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया और जबरन अतिरिक्त कार्यों का दबाव बनाया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।