फर्रुखाबाद: गंगा किनारे बसे जिलों के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है। पहले से ही गंगा की बाढ़ से जूझ रहे Farrukhabad समेत कई जिलों में स्थिति और भयावह हो सकती है। दरअसल, नरौरा बैराज (Narora Barrage) से फ्लशिंग के चलते भारी मात्रा में पानी (Heavy water) छोड़े जाने की तैयारी है। इस बाबत अधिशासी अभियंता नरौरा ने आधिकारिक चेतावनी जारी की है।
अधिशासी अभियंता ने जानकारी दी कि नरौरा बैराज से फ्लशिंग के दौरान छोड़े जाने वाले पानी से गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ेगा। इसका सीधा असर नरौरा बैराज के डाउनस्ट्रीम क्षेत्र—बदायूं, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर, फतेहपुर और प्रयागराज जैसे जिलों पर पड़ेगा। खासकर निचले इलाकों और नदी किनारे बसे गाँवों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
चेतावनी में कहा गया है कि गंगा किनारे रहने वाले लोग पूरी तरह सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी करें। नदी किनारे खेती, पशु चराई, नाव चलाना और स्नान जैसी गतिविधियों से परहेज़ करने की अपील की गई है। सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन मिलकर हालात पर नज़र रखेंगे। स्थानीय जनता को लगातार चेतावनी प्रसारित की जाएगी।
सिंचाई विभाग के अधिकारीगण जिला प्रशासन से लगातार संपर्क में रहेंगे। किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों और संबंधित विभाग से संपर्क करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को स्पष्ट कहा गया है कि इस चेतावनी को हल्के में न लें और आवश्यक कार्यवाही समय रहते सुनिश्चित करें।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन अब अलर्ट मोड पर है।