कमालगंज जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी स्वास्थ्य विभाग के प्रति लगातार गंभीर और सख्त बने हुए हैं, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमालगंज की स्थिति पूरी तरह दयनीय बनी हुई है। केंद्र में फायर की लाइन बिछा दी गई और पैसा भी खर्च कर दिया गया, लेकिन यह आज तक चालू नहीं हुई। अगर कोई आग का हादसा हुआ, तो जिम्मेदारी किसकी होगी, यह सवाल हवा में लटका है।स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र की यह लापरवाही सीधे जनता की जान को खतरे में डाल रही है। विभागीय अधिकारियों की गंभीरता दिखाने वाली बातें सिर्फ कागज तक सीमित रह गई हैं, जबकि जमीन पर स्थिति पूरी तरह बदतर है।इस मामले में प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डॉ. अजय यादव से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन तक नहीं उठाया। जिम्मेदारों की यह नाकामी स्थानीय जनता में नाराजगी और डर पैदा कर रही है।कमालगंज का यह स्वास्थ्य केंद्र अब सवालों के घेरे में है: अगर किसी दुर्घटना में जान-माल का नुकसान हुआ, तो जवाबदेही कौन तय करेगा प्रशासन की चुप्पी और कार्यशैली की यह हकीकत अब छुप नहीं सकती।
स्वास्थ्य केंद्र की शर्मनाक लापरवाही: फायर लाइन लगी, चालू नहीं
