नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के Shahjahanpur जिले के Jalalabad कस्बे का नाम अब आधिकारिक रूप से बदल दिया गया है। अब यह क्षेत्र Parshurampuri के नाम से जाना जाएगा। इस संबंध में गृह मंत्रालय (MHA) ने आदेश जारी कर दिया है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि जलालाबाद का नया नाम परशुरामपुरी होगा और भविष्य में सभी सरकारी दस्तावेज़ों, साइनबोर्ड और रिकार्ड में इसी नाम का उपयोग किया जाएगा।
इस बदलाव की पहल केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने की थी। उन्होंने जलालाबाद का नाम बदलकर परशुरामपुरी करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद अब यह बदलाव औपचारिक रूप से लागू हो गया है। नाम परिवर्तन की स्वीकृति के बाद जितिन प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया है।
जलालाबाद का नाम बदलने को लेकर क्षेत्र में लंबे समय से मांग उठ रही थी, जिसे अब सरकार ने स्वीकार कर लिया है। इस फैसले के बाद क्षेत्र में नई पहचान को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। अब शासकीय दस्तावेजों, मैप्स, बोर्डों और पते में भी परशुरामपुरी नाम दर्ज किया जाएगा।
सरकार की ओर से कहा गया है कि नाम परिवर्तन की यह प्रक्रिया स्थानीय जनभावनाओं के अनुरूप है। हालांकि, इस पर राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया भी देखने को मिल सकती है। फिलहाल, परशुरामपुरी नाम को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल है और इसे सांस्कृतिक गौरव से जोड़कर देखा जा रहा है।