गौ संरक्षण कार्यों में लापरवाही पर सख्ती, पशुओं के टीकाकरण के निर्देश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने गौ संरक्षण कार्यों में लापरवाही को गंभीरता से लिया है। दुग्ध विकास एवं पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने विभागीय समीक्षा बैठक में छह मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों (CVO) को चेतावनी जारी की है।
सूत्रों के अनुसार, सीतापुर, बरेली, मुरादाबाद, पीलीभीत, फर्रुखाबाद और बदायूं जिलों के CVO को यह चेतावनी दी गई है। मंत्री ने स्पष्ट कहा कि गोसंरक्षण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएग।
गौ संरक्षण केंद्रों की स्थिति और व्यवस्थाओं को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मंत्री ने अधिकारियों को कार्यशैली सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुओं को संक्रामक रोगों से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान को प्राथमिकता दें।
धर्मपाल सिंह ने बैठक में कहा –
“गौ संरक्षण केंद्रों पर सुविधाओं में कमी या पशुओं की उपेक्षा मिलने पर सीधे संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे। अब लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं होगी।”
मंत्री की सख्ती के बाद विभाग में हलचल तेज हो गई है। चेतावनी पाने वाले जिलों के CVO पर अब निगरानी और बढ़ा दी गई है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में जमीनी स्तर पर निरीक्षण अभियान चलाकर वास्तविक स्थिति की जांच भी की जा सकती है।
यह कार्रवाई साफ संकेत है कि योगी सरकार गौ संरक्षण योजनाओं में किसी भी ढिलाई को गंभीर अपराध मान रही है और अधिकारियों से जवाबदेही तय करने के मूड में है।