बड़ौत: शादी में डिजिटल कार्ड भेजने के बहाने साइबर ठगी का मामला सामने आया, बड़ौत के पेंट व्यापारी सचिन जैन के खाते (account) से एक लाख रुपये उड़ाए गए। व्यापारी के मोबाइल पर आए डिजिटल कार्ड (digital wedding card) से हैकर्स ने डाटा चुरा लिया, 14 अगस्त को महज पांच मिनट में 10 बार ट्रांजैक्शन कर रकम निकाल ली गई है। साइबर अपराधियों ने व्यापारी के मोबाइल नंबर से परिचितों को भी डिजिटल कार्ड भेजा, संदेह होने पर कुछ व्यापारियों ने लिंक नहीं खोला और बच गए। पुलिस ने लोगों को आगाह किया है कि डिजिटल कार्ड के नाम पर आने वाली एपीके फाइल न खोलें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।
जानकारी के मुताबिक,सचिन जैन को बीते तीन अगस्त को व्हाट्सएप पर शादी का डिजिटल कार्ड मिला और उसे खोलते ही ठगों ने उनका मोबाइल हैक करके पूरा डाटा निकाल लिया और सचिन को इसकी भनक तक नहीं लगी। इसके बाद बीते 13 अगस्त को उनके खाते में एक लाख रुपये की रकम जमा हुई और अगले ही दिन 14 अगस्त को पांच मिनट में 10 बार दस-दस हजार रुपये गायब हो गई।
ठगी का शिकार होते ही व्यापारी ने तुरंत बैंक में सूचना देकर खाता बंद कराया। इसके बाद उन्होंने साइबर अपराध शाखा में 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। ठगों ने इसके बाद उनके ही मोबाइल नंबर को इस्तेमाल करके उनके परिचितों को भी इस तरह से शादी का डिजिटल कार्ड पत्थर मंडी के व्यापारी हंस कुमार जैन को भेजा लेकिन उन्होंने कार्ड नहीं खोला और दूसरा सॉफ्टवेयर डलवाकर अपने फोन को सुरक्षित कर लिया। इस तरह ही बड़ौत के व्यापारी वरदान जैन को कार्ड भेजा गया और उन्होंने भी उसको नहीं खोला।
पुलिस ने लोगों को आगाह किया है कि डिजिटल कार्ड के नाम पर आने वाली एपीके फाइल न खोलें और तुरंत पुलिस को सूचित करें। इसलिए लोगों से अपील की जा रही है कि पहले देख लिया जाए कि वह एपीके फाइल तो नहीं है। ऐसा होने पर उसे नहीं खोलें और पुलिस को सूचना दें। लोग जितने ज्यादा जागरूक होंगे, साइबर अपराध के मामलों में उतनी ही कमी आएगी।