फर्रुखाबाद। जिले के कई गांवों के मूल निवासी और किसान एक बार फिर बड़े संकट का सामना करने जा रहे हैं। खबर है कि फर्रुखाबाद विकास प्राधिकरण, आवास विकास और औद्योगिक क्षेत्र विस्तार के लिए निनौआ, कीरतपुर, रम्पुरा, जगतनगर, बुढनामऊ, राघवपुर बरूआ, नगला पजावा और याकूतगंज क्षेत्र की किसानों की उपजाऊ भूमि पर नजऱ डाली जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, यहां 60 मीटर चौड़ी सडक़ और दोनों ओर 30-30 मीटर ग्रीन बेल्ट बनाए जाने का प्रस्ताव है। यानी कुल 120 मीटर क्षेत्र अधिग्रहण की जद में आ सकता है। किसानों का कहना है कि यह योजना सीधे-सीधे उनकी पीढिय़ों की आजीविका पर संकट खड़ा करेगी।
गौरतलब है कि इस क्षेत्र में पहले भी करीब तीन हजार बीघा ज़मीन अधिग्रहित करने की कार्रवाई की गई थी। उस समय रम्पुरा के मास्टर साहब श्री रामसनेही यादव, निनौआ के तत्कालीन प्रधान सरजीत सिंह, कीरतपुर के ओमकार, सुरेश कटियार, जगदीश चंद्र सहित पूरे क्षेत्र के किसानों ने एकजुट होकर आंदोलन किया था और अपनी जमीन बचाई थी।
अब किसान नेता अशोक कटियार (कीरतपुर) ने एक बार फिर किसानों से एकजुट होने की अपील की है। उनका कहना है,
“यह संघर्ष अगली पीढिय़ों के भविष्य के लिए है। अन्नदाता किसानों की ज़मीन बचाने के लिए सभी को उठना होगा, जागना होगा और संघर्ष करना होगा। मेरा जीवन किसानों के लिए समर्पित है।”
स्थानीय किसानों का मानना है कि अगर समय रहते संगठित होकर आवाज़ नहीं उठाई गई तो हजारों परिवारों को बेघर और बेरोजगार होना पड़ेगा।
किसानों की ज़मीन पर संकट के बादल
