पटना।बिहार की सियासत में आज से बड़ा मोड़ आने वाला है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज से राज्य में “वोटर अधिकार यात्रा” निकालने जा रहे हैं। यात्रा का मकसद वोटरों को जागरूक करना और कथित तौर पर हो रही “वोट चोरी” की साजिश को जनता के सामने रखना बताया जा रहा है। राहुल गांधी ने हाल ही में कई सभाओं में कहा था कि विपक्ष की सरकार बनने से रोकने के लिए सत्ता पक्ष प्रशासन और चुनाव आयोग पर दबाव बनाता है।
इसी बीच, चुनाव आयोग ने भी कल अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। अब सवाल यह है कि आयोग इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा या फिर राहुल गांधी द्वारा लगाए गए वोट चोरी के आरोपों का जवाब देगा।
कांग्रेस नेताओं का दावा है कि राहुल गांधी की यात्रा से बिहार में विपक्ष को नई ऊर्जा मिलेगी और युवाओं से लेकर किसानों तक सभी वर्गों की भागीदारी बढ़ेगी। वहीं, सत्ता पक्ष का कहना है कि यह यात्रा पूरी तरह चुनावी स्टंट है और राहुल गांधी बेबुनियाद आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी का यह अभियान बिहार की राजनीति में हलचल मचाएगा। अगर कल चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान करता है तो यह यात्रा कांग्रेस के लिए चुनावी बिगुल मानी जाएगी। लेकिन अगर आयोग सीधे तौर पर राहुल गांधी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देता है, तो यह टकराव और गहराएगा।
कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस से साफ हो जाएगा कि बिहार में चुनावी सियासत किस मोड़ पर खड़ी है — वोट चोरी का आरोप बनाम चुनावी शेड्यूल का ऐलान।