शमशाबाद: क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित (flood affected) गांवों में अब बीमारियों ने दस्तक दे दी है। आधा दर्जन से अधिक गांवों में लोग खांसी, जुकाम और बुखार जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में ग्रामीणों की हालत लगातार बिगड़ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद से गंदगी और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इसकी वजह से संक्रामक रोग फैल रहे हैं। बीमार होने के बावजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (primary health centers) और मेडिकल टीमों की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं दिखाई दे रही।
ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। दवाओं और जांच सुविधाओं के अभाव में मरीजों को इलाज के लिए निजी चिकित्सकों और महंगे अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है।गांवों में बीमारी फैलने से लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से तत्काल प्रभावी चिकित्सा शिविर लगाने और बीमारियों पर नियंत्रण के लिए कदम उठाने की मांग की है।