बागपत: जनपद बागपत में नकली देसी घी (fake desi ghee) बनाने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस गैंग के पांच आरोपियों को गिरफ्तार (arrested) किया है जो पिछले पांच वर्षों से अमूल, पारस, मधुसूदन, मदर डेयरी और पतंजलि जैसे नामी ब्रांड्स के नाम पर नकली घी तैयार कर बाजार में बेच रहे थे।
गिरोह का काम करने का तरीका बेहद चौंकाने वाला था। महज 5 मिलीलीटर एसेंस मिलाकर ये लोग 15 लीटर नकली देसी घी तैयार कर लेते थे, जिसकी लागत करीब 170 रुपये प्रति किलो आती थी, जबकि इसे बाजार में असली ब्रांड के नाम पर 650 रुपये प्रति किलो तक बेचा जाता था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रवीण जैन, सुदेश जैन, आशु जैन, आबिद और अरुण शामिल हैं।
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि इस नकली घी की सप्लाई पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ज्यादातर शहरों में की जा रही थी। शुरुआती जांच में भारी मात्रा में तैयार नकली घी, पैकेजिंग सामग्री और रसायन बरामद किए गए हैं।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक यह गिरोह अत्यंत संगठित ढंग से काम कर रहा था और बड़े स्तर पर आम लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहा था। अब मामले में आगे की जांच जारी है और पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के आधार पर सप्लाई चेन के अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है। खाद्य सुरक्षा विभाग भी इस कार्रवाई में शामिल है और जल्द ही पूरे नेटवर्क पर शिकंजा कसा जाएगा।