यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। माफिया अनुपम दुबे और उसके गुर्गे एक बार फिर पुलिस प्रशासन को बदनाम करने की कोशिश में लगे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, अनुपम दुबे के निर्देश पर उसके गुर्गे पुलिस पर अवैध खनन के झूठे आरोप लगाकर एक व्यापक सोशल मीडिया अभियान चला रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य पुलिस की छवि को धूमिल करना और जनता के बीच भ्रम फैलाना है।
हाल के दिनों में, सोशल मीडिया पर कई पोस्ट और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें पुलिस पर अवैध खनन में संलिप्त होने के आरोप लगाए जा रहे हैं। इन पोस्टों का उद्देश्य जनता के बीच यह धारणा बनाना है कि पुलिस माफिया के साथ मिली हुई है और अवैध खनन को बढ़ावा दे रही है।
सूत्रों की माने तो यह पूरा अभियान माफिया अनुपम दुबे द्वारा पुलिस पर दबाव बनाने की एक सोची-समझी रणनीति है। दरअसल, पुलिस ने हाल ही में अनुपम दुबे और उसके नेटवर्क के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जिससे वह और उसके गुर्गे बौखलाए हुए हैं। इस अभियान के जरिये वे पुलिस को बदनाम कर, अपनी अवैध गतिविधियों को जारी रखने की कोशिश कर रहे हैं।
इस साजिश का खुलासा होने के बाद, पुलिस ने भी सख्त रुख अपनाते हुए इन फर्जी आरोपों का पर्दाफाश करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। पुलिस ने कहा है कि सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे झूठे आरोपों की जांच की जाएगी और इस अभियान में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे ऐसे झूठे और भ्रामक संदेशों पर विश्वास न करें। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि फर्रुखाबाद में किसी भी प्रकार के अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और जो भी इस तरह की गतिविधियों में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि कैसे माफिया अपने हितों को साधने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। हालांकि, फर्रुखाबाद पुलिस अपने कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्ध है और किसी भी प्रकार के दबाव के सामने झुकने वाली नहीं है।