– डीएम आशुतोष कुमार द्विवेदी और एसपी आरती सिंह की सख्ती से मचा हड़कंप
– अपराधियों की शामत
– अगले टॉरगेट मे कई सफेदपोश भी होंगे वेनकाब
– सपा नेता गैंगस्टर आदित्य सिंह राठौर के संरक्षण दाताओं की जानकारी से शासन दंग
लखनऊ /फर्रुखाबाद: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की जीरो टॉलरेंस नीति पर चलते हुए जनपद में अपराध और अपराधियों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की जा रही है। अपराध जगत में सबसे छुपे खिलाड़ी जो बीते आठ वर्षों से राजनैतिक संरक्षण मे फल फूल रहे थे, ऐसे सपा नेता गैंगस्टर योगेंद्र सिंह यादव चुन्नू और देवेंद्र सिंह यादव जग्गू का किला ध्वस्त कर दिया गया श्रवण शुक्ल छोटे और जग्गू की पत्नी प्रीती की गिरफ्तारी के बाद मनकू मिश्रा जैसे शातिरों की भी शामत है ,अब माफिया अनुपम दुबे और संजीव परिया के गैंग और संरक्षण दाताओं पर प्रशासन की गोपनीय नजर है। जिलाधिकारी (DM) आशुतोष कुमार द्विवेदी और पुलिस अधीक्षक (SP) आरती सिंह की जुगलबंदी ने अपराध जगत में ऐसा डर पैदा कर दिया है कि बड़े से बड़ा दबंग भी अब भूमिगत होने पर मजबूर है।
यह पहली बार है जब फर्रुखाबाद में ऐसे पैसे वाले और रसूखदार अपराधियों को भी टारगेट किया जा रहा है, जिन पर पहले कोई हाथ डालने की हिम्मत नहीं कर पाया। डीएम-एसपी की विशेष रणनीति के तहत इन्हें चिन्हित किया जा रहा है, उनकी संपत्तियों की जांच हो रही है और एक-एक कर सलाखों के पीछे भेजने की तैयारी चल रही है।
पुलिस अधीक्षक आरती सिंह के आक्रामक तेवर अपराधियों के लिए किसी चेतावनी से कम नहीं हैं। उनकी सीधी हिदायत है—“कानून से खिलवाड़ करने वालों के लिए फर्रुखाबाद में कोई जगह नहीं।” वहीं, डीएम आशुतोष कुमार द्विवेदी का प्रशासनिक दबदबा और तेज़ लहजा अपराधियों की नींद उड़ा रहा है। दोनों अफसरों की यह जोड़ी न केवल आपराधिक गिरोहों को तोड़ रही है, बल्कि उनकी आर्थिक कमर पर भी वार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने अब तक कई कुख्यातों के ठिकानों पर दबिश दी है और करोड़ों की अवैध संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। हथौड़ा कार्रवाई में उन गैंगस्टरों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है जो लंबे समय से सत्ता-संपर्क और धनबल के सहारे कानून से बचते आ रहे थे।
शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में यह चर्चा गर्म है कि जिस रफ्तार से यह कार्रवाई चल रही है, फर्रुखाबाद से संगठित अपराध का जाल जल्द ही उखड़ सकता है। मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस स्कीम को जमीन पर उतारते हुए डीएम-एसपी की यह जोड़ी कानून-व्यवस्था को नई पहचान दे रही है और योगी सरकार की कड़ाई पर चार चांद लगा रही है।