वाराणसी: यूपी के वाराणसी में कशी धाम बाबा कशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath temple) में प्लास्टिक पूर्णतया प्रतिबंधित (Plastic banned) कर दिया गया है। प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक है और मंदिरों में प्लास्टिक के प्रवेश के साथ ही लोग अक्सर गर्भगृह में भी प्लास्टिक फेंक देते थे, इसलिए यह फैसला लिया गया है। श्री काशी विश्वनाथ धाम को पूर्णतः प्लास्टिक मुक्त परिसर घोषित किया गया है और अब प्लास्टिक की जगह बांस की टोकरियां एवं स्टील के लोटे इस्तेमाल किए जायेंगे।
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने इस संदर्भ में बताया कि यह फैसला दिसंबर 2024 को ही ले लिया गया था, जब बोर्ड की बैठक विश्वनाथ मंदिर में हुई थी। इसमें साफ हो गया था कि मंदिर को पूर्णतया प्लास्टिक प्रतिबंधित क्षेत्र बनाना है। महाकुंभ में भी लोगों को जागरूक करने के साथ सावन के महीने में प्लास्टिक के पात्र अन्य चीजों को मंदिर में लाने से रोका गया था। सावन खत्म होने के बाद मंदिर में सोमवार 11 अगस्त से मंदिर परिसर को प्लास्टिक मुक्त परिसर घोषित करते हुए प्लास्टिक पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया गया है।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि कशी धाम परिसर में किसी भी तरह का प्लास्टिक लेकर प्रवेश करना वर्जित होगा। प्लास्टिक की टोकरी, प्लास्टिक लोटा इत्यादि सामग्री के साथ भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस प्रतिबंध के बाद बांस की टोकरियां एवं स्टील के लोटे वितरित किए गए थे। प्लास्टिक मुक्त धाम अभियान के अंतर्गत, पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता बनाए रखने के उद्देश्य से 12 जुलाई, 2025 से एक व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया था।