– ओपीडी में सुरक्षा और आपात व्यवस्था पर सवाल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में गुरुवार को नई OPD बिल्डिंग की लिफ्ट अचानक बीच में फंस गई। लिफ्ट में कई मरीज और उनके तीमारदार करीब आधे घंटे तक फंसे रहे। गर्मी से बेहाल एक बच्चा चीखता रहा लेकिन लिफ्ट में दिया गया हेल्पलाइन नंबर नाकाम साबित हुआ। कॉल करने पर पता चला कि नंबर केवल 9 अंकों का है, जिससे संपर्क नहीं हो सका। वहीं, टोलफ्री नंबर पर भी कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला।
न्यू ओपीडी बिल्डिंग चार मंजिला है, जिसमें रोज़ाना करीब 7 से 8 हजार मरीज आते हैं। गुरुवार सुबह जब यह घटना हुई, उस समय लिफ्ट दूसरी मंजिल के पास फंस गई थी। इलेक्ट्रिकल फॉल्ट के चलते न केवल एक, बल्कि सभी छह लिफ्टें बंद हो गईं, जिससे मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सूचना मिलने पर मेंटीनेंस टीम मौके पर पहुंची और जनरेटर से लिफ्ट को पावर सप्लाई दी गई। इसके बाद लिफ्ट में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस घटना ने ओपीडी में सुरक्षा और आपात व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि लिफ्ट रुकने से मरीज कोई भी प्रभावित नहीं हुआ है। महज एक मिनट के लिए लिफ्ट रुकी थी। लाइट जाने के बाद चेंज ओवर हुआ। लिफ्ट टेक्नीशियन भी मेरे साथ मौजूद रहे। उसी एक मिनट के दौरान जो अंदर रहे होंगे, उन्होंने फोटो और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला है। इसे देखते ही मैं खुद न्यू ओपीडी पहुंचा। तब तक लिफ्ट चल चुकी थी। न ही कोई घायल है और न ही कोई प्रभावित है। सारा काम सुचारु रूप से चल रहा है।