शमशाबाद, फर्रुखाबाद: शमशाबाद-जलालाबाद मुख्य मार्ग (Shamshabad-Jalalabad main road) पर जैतपुर मोड़ (Jaitpur turn) से किशनपाल धर्मकांटे के मध्य प्रस्तावित पुलिया (डिप) निर्माण का ग्रामीणों द्वारा विरोध किया गया है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को संबोधित एक मांग पत्र सौंपते हुए आग्रह किया कि इस स्थान पर पुलिया का निर्माण न कराया जाए, क्योंकि इससे क्षेत्र के दर्जन भर गांवों के डूबने का खतरा उत्पन्न हो जाएगा।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रस्तावित स्थान पर पुलिया (डिप) का निर्माण होता है तो जैतपुर गड़िया, ब्लयाई टपुआ, खुशहाली नगला सहित कई गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे। इन गांवों की हजारों बीघा फसलें पानी में डूब जाएंगी और ग्रामीणों का जीवन संकट में पड़ जाएगा। ग्रामीणों ने मांग पत्र में स्पष्ट किया कि जिस स्थान पर पुलिया निर्माण की योजना है, वह क्षेत्र गंगा नदी के किनारे है। ऐसे में यदि पुलिया बनाई जाती है, तो गंगा का बाढ़ का पानी उसी मार्ग से होकर सीधे गांवों में घुस जाएगा।
इसका सीधा असर जैतपुर सहित आसपास के गांवों पर पड़ेगा, जिससे भारी कटान और बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि चौराहार से आगे पहले से बनी पांच पुलियाओं (डिप) की वजह से शरीफपुर मंझा जैसे गांव पहले ही बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। ऐसे में यदि और एक पुलिया निर्माण किया गया, तो इसका प्रभाव और भी भयावह होगा।
इस गंभीर आशंका को लेकर सौंपे गए मांग पत्र पर 100 से अधिक ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं। यह पत्र जिलाधिकारी को सौंपते हुए ग्रामीणों ने मांग की है कि पुलिया का निर्माण वैकल्पिक सुरक्षित स्थान पर कराया जाए ताकि किसी भी गांव को बाढ़ से खतरा न हो। ग्रामीणों का कहना है कि वे विकास कार्यों के विरोध में नहीं हैं, लेकिन योजना निर्माण में स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों का ध्यान रखा जाना आवश्यक है। यदि यह अनदेखी हुई, तो आने वाले वर्षों में इन क्षेत्रों में हर वर्ष बाढ़ से त्रासदी झेलनी पड़ेगी।