– किडनी फेल्योर और संक्रमण के कारण राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ली अंतिम सांस
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल (Former Governor) सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) का मंगलवार को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे और पिछले कई महीनों से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, जिनमें किडनी फेल्योर और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन प्रमुख थे। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सत्यपाल मलिक का राजनीतिक सफर कई दशकों तक फैला रहा। वह न केवल जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे, बल्कि गोवा और मेघालय जैसे राज्यों में भी उन्होंने संवैधानिक पदों की जिम्मेदारी संभाली। अपने कार्यकाल के दौरान वह कई बार विवादों और चर्चाओं में रहे, लेकिन आम जनमानस से उनका जुड़ाव हमेशा स्पष्ट रहा।
उनके निधन की खबर से राजनीतिक गलियारों और सामाजिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित कई वरिष्ठ नेताओं, पूर्व राज्यपालों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी। कई नेताओं ने कहा कि सत्यपाल मलिक एक स्पष्टवादी और निडर प्रशासक थे, जिन्होंने संवेदनशील मुद्दों पर भी खुलकर अपनी राय रखी।
2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के दौरान वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, और उस समय की उनकी भूमिका आज भी राजनीतिक विश्लेषण का विषय है। उन्होंने कई बार अपने बयानों से केंद्र सरकार की नीतियों की भी आलोचना की, जिससे वह सुर्खियों में बने रहे।