यूथ इंडिया, जिला संवाददाता
इटावा (बकेवर): जब भी पुलिस विभाग (police department) की बात होती है, तो अक्सर हमारे मन में एक सख्त और अनुशासित छवि उभरती है। लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे भी होते हैं जो इस वर्दी को संवेदनशीलता, करुणा और इंसानियत के साथ निभाते हैं। ऐसे ही एक अधिकारी हैं बकेवर थाने में तैनात उपनिरीक्षक विनीत पाण्डेय (Sub-Inspector Vineet Pandey) है, जिन्होंने न सिर्फ अपने कार्य के प्रति निष्ठा दिखाई है, बल्कि समाज और प्रकृति के प्रति भी अपनी गहरी जिम्मेदारी को साबित किया है।
बरसात के इस मौसम में जब पक्षियों के लिए घोंसले ही उनका जीवन आधार बनते हैं, उपनिरीक्षक विनीत पाण्डेय ने एक भावुक अपील करते हुए कहा—”अगर आपके घर, छत या आसपास किसी पक्षी ने घोंसला बनाया हो, तो कृपया उसे न हटाएं। यह मौसम उनके लिए जीवन-मरण का समय होता है। हमें इंसानियत सिर्फ इंसानों के प्रति नहीं, बल्कि इन मूक जीवों के प्रति भी दिखानी चाहिए।”
उनकी यह सच्ची और मार्मिक अपील अब सोशल मीडिया और स्थानीय समुदायों में सराहना का विषय बनी हुई है। क्षेत्र के लोग इस सोच को अपनाते हुए न केवल पक्षियों के घोंसले सुरक्षित रख रहे हैं, बल्कि दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। यह एक सकारात्मक बदलाव की शुरुआत है — जिसमें मानवता, प्रकृति और कानून तीनों एक साथ आगे बढ़ते नजर आते हैं।
विनीत पाण्डेय का व्यवहार हमेशा से ही जनता के बीच सौम्यता, सहयोग और न्यायप्रियता का प्रतीक रहा है। स्थानीय लोग बताते हैं कि, “विनीत जी से मिलकर ऐसा नहीं लगता कि आप किसी अधिकारी से बात कर रहे हैं, बल्कि ऐसा लगता है जैसे कोई बड़ा भाई आपकी बात सुन रहा हो और उसका समाधान भी कर रहा हो।”
वर्दी में रहकर भी जिनके भीतर संवेदना जीवित हो, जो जनहित, न्याय और पशु-पक्षी संरक्षण जैसे कार्यों को अपने कर्तव्य का हिस्सा मानें — ऐसे अधिकारी ही वास्तव में उस सकारात्मक पुलिसिंग का उदाहरण हैं, जिसकी हर नागरिक को उम्मीद होती है। उपनिरीक्षक विनीत सिर्फ एक कानून के रक्षक नहीं, बल्कि इंसानियत और प्रकृति के सच्चे प्रहरी हैं। ऐसे अधिकारी ही पुलिस विभाग की उस छवि को मजबूत करते हैं, जो दिल को भरोसा देती है और समाज को जोड़ती है।