फर्रुखाबाद: अधिकारियों द्वारा की जा रही कुटीर उद्योगों (industries) की अपेक्षा देश के हित में नहीं है जब तक उद्योगों को बढ़ावा नहीं दिया जाता तब तक बेरोजगारी जैसी समस्या को दूर नहीं किया जा सकता। यह बात कपड़ा छपाई कुटीर उद्योग संस्थान की बैठक में अध्यक्ष चंद्रपाल वर्मा ने कही।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना था कि भारत के लोग जो भी वस्तु इस्तेमाल करें वह सभी वस्तुओं का घरेलू कुटीर उद्योगों में तैयार की गई हूं आजादी के बाद कांग्रेस ने घरेलू कुटीर उद्योगों पर दिलचस्पी नहीं दिखाकर मशीनीकरण पर ध्यान दिया आज हर कार्य मशीन द्वारा ही हो रहा है चीन सस्ते में उत्पाद भेज कर भारत को बहुत उत्पादन पर विराम लगाने वाला है।
ऐसे में चीन की तरह ही भारत में भी कुटीर उद्योगों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा की गति दिवस प्रधानमंत्री मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा था कि व्यापारी वह सामान विक्रय करें जिसमें भारत के लोगों का श्रम लगा हो यही महात्मा गांधी का सपना है बैठक में पूर्व प्रधानाचार्य राम मुरारी शुक्ला सुनील कुमार शिव नारायण वर्मा वर्मा दिनेश चन्द्र आदि मौजूद रहे।