लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बाढ़ (flood) की गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने राहत और बचाव कार्यों को तेज़ करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने ‘टीम 11’ का गठन किया है, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रात्रि विश्राम कर हालात की निगरानी करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन-धन की सुरक्षा सर्वोपरि है और सभी जिलों को अलर्ट मोड में रखा गया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि बाढ़ के समय बेहतर समन्वय और त्वरित कार्रवाई बेहद जरूरी है। मुख्यमंत्री स्वयं सभी जिलों से पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं और निर्देश दे रहे हैं कि कोई भी व्यक्ति संकट में न रहे। इस बीच सभी मंत्री फील्ड में सक्रिय हैं और प्रभावित इलाकों में रहकर राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
प्रभावित गांवों में खाद्यान्न, दवाएं, पेयजल, पशु चारा और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण लगातार जारी है। प्रयागराज में 19 नावों और मोटर बोट की तैनाती की गई है और 88 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। यहां एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की एक-एक टीम के साथ पीएसी की दो टीमें तैनात हैं। अब तक 1375 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
जालौन जिले में 62 नावें और 31 मोटर बोट लगाई गई हैं और करीब 27 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। औरैया जिले में 26 नावें और मोटर बोट राहत कार्य में लगी हैं और 9 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। हमीरपुर में 8 नावें और मोटर बोट राहत कार्य में जुटी हैं और 17 बाढ़ चौकियों के जरिए निगरानी की जा रही है। यहां से 1330 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
आगरा जिले में 2 नावें और मोटर बोट तैनात की गई हैं, जहां 47 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। मिर्जापुर में 7, वाराणसी में 23 और कानपुर देहात में 30 नावें राहत कार्य में लगाई गई हैं। बलिया में 10 और बांदा में 43 नावों की मदद से राहत कार्य किए जा रहे हैं। बलिया में 5 और बांदा में 47 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंत्रियों का दौरा कार्यक्रम भी तय किया गया है। नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ प्रयागराज, मिर्जापुर और बांदा में राहत कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। स्वतंत्र देव सिंह और संजय गंगवार जालौन में मौजूद हैं, जबकि औरैया में स्वतंत्र देव सिंह के साथ प्रतिभा शुक्ला राहत कार्यों की निगरानी कर रही हैं। रामकेश निषाद हमीरपुर, जयवीर सिंह आगरा, सुरेश खन्ना वाराणसी, संजय निषाद कानपुर देहात, धर्मवीर प्रजापति इटावा, अजीत पाल फतेहपुर और
दयाशंकर ‘दयालु’ बलिया में राहत गतिविधियों की समीक्षा कर रहे हैं।
राज्य सरकार का स्पष्ट संदेश है कि संकट की इस घड़ी में हर प्रभावित नागरिक तक मदद पहुंचे और कोई भी व्यक्ति असहाय न महसूस करे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पूरी संवेदनशीलता और तत्परता के साथ राहत कार्य जारी रखें।