– 320 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी हाई-स्पीड ट्रेन
– मुंबई से अहमदाबाद अब सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट में
– रेलवे के बदलते चेहरे की बड़ी झलक*
नई दिल्ली/मुंबई: भारत की बहुप्रतीक्षित पहली बुलेट ट्रेन (bullet train) जल्द ही पटरियों पर दौड़ने वाली है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को घोषणा की कि यह हाई-स्पीड ट्रेन मुंबई और अहमदाबाद के बीच का 508 किलोमीटर का सफर मात्र 2 घंटे 7 मिनट में तय करेगी। ट्रेन की अधिकतम गति 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जो देश में रेलवे क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। भारत की पहली बुलेट ट्रेन सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि देश के रेल इतिहास में एक क्रांतिकारी परिवर्तन की शुरुआत है।
रेल मंत्री ने यह घोषणा गुजरात के भावनगर टर्मिनस पर आयोजित कार्यक्रम में की, जहां उन्होंने अयोध्या एक्सप्रेस, रीवा-पुणे एक्सप्रेस और जबलपुर-रायपुर एक्सप्रेस ट्रेनों को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई। इस दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया और निमुबेन बाम्भनिया भी मौजूद रहे।
भारत की पहली बुलेट ट्रेन मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) से शुरू होगी और वापी, सूरत, भरूच, आनंद, वडोदरा जैसे प्रमुख स्टेशनों से होते हुए अहमदाबाद पहुंचेगी। हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट को जापान के तकनीकी सहयोग से तैयार किया जा रहा है और इसे आधुनिकता, सुरक्षा और समय की बचत के लिहाज से एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
बुलेट ट्रेन परियोजना के साथ-साथ देशभर में रेलवे के कई बड़े प्रोजेक्ट भी तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। मंत्री वैष्णव ने बताया कि गुजरात में पोरबंदर-राजकोट नई ट्रेन सेवा, रणावव स्टेशन पर ₹135 करोड़ की लागत से कोच मेंटेनेंस डिपो, पोरबंदर शहर में नया रेलवे फ्लाईओवर, दो गति शक्ति कार्गो टर्मिनल्स और भावनगर में एक नया कंटेनर टर्मिनल विकसित किया जा रहा है।
रेल मंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर कई प्रोजेक्ट्स पर काम जारी है और दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री इस बदलाव के मिशन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। अश्विनी वैष्णव ने यह भी बताया कि पिछले 11 वर्षों में देश में 34,000 किलोमीटर नई रेलवे लाइन बिछाई गई है। औसतन हर दिन 12 किलोमीटर पटरी बिछाई जा रही है।
इसके अलावा, देशभर के 1300 रेलवे स्टेशनों को स्मार्ट और अत्याधुनिक बनाया जा रहा है, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और यात्रा के अनुभव को पूरी तरह बदला जा सके।रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे के सभी विकास कार्य इस तरह से किए जा रहे हैं कि न तो ट्रेन सेवाएं प्रभावित हों और न ही यात्रियों को कोई असुविधा हो। रेलवे का लक्ष्य है – तेज, सुरक्षित और आधुनिक सफर।